. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के more info जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल भाषा के मध्यम भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं।
Comments on “5 Easy Facts About shiv chalisa lyricsl Described”